हरिद्वार।
हरिद्वार ग्रामीण क्षेत्र में शुक्रवार को बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम सामने आया। कांग्रेस विधायक अनुपमा रावत के प्रति नाराजगी और क्षेत्र में विकास कार्य न होने के आरोपों के बीच बड़ी संख्या में वन गुर्जर समाज के लोगों ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया।
गैंडीखाता स्थित वन गुर्जर बस्ती में आयोजित कार्यक्रम में भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने वन गुर्जर समाज के लोगों को पार्टी की सदस्यता दिलाई।
कार्यक्रम के दौरान स्वामी यतीश्वरानंद ने कहा कि “कांग्रेस ने हमेशा वन गुर्जर समाज को केवल वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया, जबकि भाजपा सरकार ने इनके जीवन को आसान बनाने के लिए सड़कों, बिजली, पानी और अन्य मूलभूत सुविधाओं के विकास कार्य किए हैं।”

वन गुर्जर समाज के वरिष्ठ नेता एवं कांग्रेस के हरिद्वार ग्रामीण उपाध्यक्ष रोशनदीन और नूर आलम कसाना ने कहा कि
“स्वामी यतीश्वरानंद ने विधायक रहते हुए और उसके बाद भी हमारे क्षेत्र में लगातार विकास कार्य कराए हैं, जबकि वर्तमान विधायक अनुपमा रावत ने समाज की समस्याओं की कभी सुध नहीं ली।”
उन्होंने आरोप लगाया कि क्षेत्र में सड़कों की हालत बेहद खराब है, लोगों के आवागमन में दिक्कत है और जिला पंचायत स्तर पर भी समाज को नज़रअंदाज़ किया गया है।
वन गुर्जर नेताओं बाबू खटाना और नूर भड़ाना ने कहा कि “समाज ने एक तरफा होकर विधानसभा—2022 में कांग्रेस की प्रत्याशी अनुपमा रावत को जिस उद्देश्य से जिताकर विधानसभा में भेजा था, वह हमारे समाज की आकांक्षाओं पर खरी नहीं उतरी। उन्होंने हमेशा हमारे समाज की अनदेखी की है। आज हम लोग विकास से कोसों दूर है। सड़कों की हालत बहुत खराब है। लोगों के आवागमन के रास्ते बंद हो गए हैं। जिला पंचायत में भी समाज को वंचित किया। जब—जब समाज का उत्पीड़न हुआ, कभी भी कांग्रेस ने साथ नहीं दिया। जिससे हमारा मनोबल टूटता गया और फिर हम लोगों को मजबूरन पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद की शरण लेनी पड़ी और पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद की जब भी हमें जरूरत पड़ी उन्होंने हमेशा बिना भेदभाव के हमारी बहुत मदद की है। वन गुर्जरों एकमत होकर कहा कि विधायक अनुपमा रावत के खिलाफ हरिद्वार ग्रामीण की जनता में काफी आक्रोश है जिसका जवाब 2027 के विधानसभा चुनाव में जनता उनको अवश्य देगी।”
स्वामी यतीश्वरानंद ने अपने संबोधन में कहा कि वन गुर्जर समाज को अपनी संस्कृति और परंपराओं को बनाए रखना चाहिए। उन्होंने आश्वासन दिया कि समाज की प्रमुख समस्याओं का प्राथमिकता से समाधान कराया जाएगा।
कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष किरण चौधरी ने भी क्षेत्र की समस्याओं पर चर्चा की, जबकि संचालन ग्राम प्रधान प्रतिनिधि मौ. सफी लोधा ने किया। उन्होंने कहा कि स्वामी यतीश्वरानंद के कार्यकाल में शुरू हुए विकास कार्यों को कांग्रेस शासन में ठप कर दिया गया है।
इस मौके पर अनीस गौड़, एजाज हसन, जमीन हसन, अनीस अहमद, नसी सलमानी, खुर्रम मलिक, युसूफ मलिक, मन्ना लोधा, नजर हुसैन, अब्बी लोधा, आलम भाई, शमशेर चेची, गामी खटाना, मुमताज कसाना, शमशेर कसाना, नोमान, इस्माइल, मुख्तयार चोपड़ा, रोशनदीन, नूर आलम कसाना, अलीजान चेची, बाबू खटाना, नूर भड़ाना, नूर बनिया, गुलाम आलम, मुस्ताक, लियाकत, मुस्तफा लोधा, गुलाम रसूल, मीर हमजा बनिया, गुलाम मुस्तफा, शमशेर बनिया, इंतजार लोधा, वजीर लोधा, रफी चौहान, दीपक जखमोला, एजाज हसन, आलोक द्विवेदी, प्रदीप गौड़, अशोक चौधरी, मनीष प्रधान, नृपेंद्र चौधरी, दुग्ध संघ चेयरमैन प्रमोद, धीर सिंह, विकास सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

