अल्मोड़ा: उत्तराखंड के युवा आईएएस अधिकारी अंशुल सिंह ने अल्मोड़ा जिले के नए जिलाधिकारी के रूप में कार्यभार संभाल लिया है। अपने विज़न, संवेदनशीलता और पारदर्शी कार्यशैली के लिए पहचाने जाने वाले अंशुल सिंह अब कुमाऊं की इस ऐतिहासिक धरती पर विकास का नया अध्याय शुरू करने जा रहे हैं।

हरिद्वार से अल्मोड़ा तक का सफर
अंशुल सिंह पहले हरिद्वार-रूड़की विकास प्राधिकरण (HRDA) के Vice Chairman रहे, जहाँ उन्होंने युवाओं, खिलाड़ियों और छात्रों के लिए कई सराहनीय पहलें कीं।
उन्होंने हरिद्वार में खेल सुविधाओं को बेहतर बनाने, युवाओं के लिए रोजगार अवसर बढ़ाने और प्रशासन को जनता के करीब लाने की दिशा में उल्लेखनीय काम किया।
यही कारण है कि उन्हें जनता का “सुलभ और संवेदनशील अफसर” कहा गया।
अल्मोड़ा को लेकर नई सोच
अल्मोड़ा में पदभार ग्रहण करते ही अंशुल सिंह ने अधिकारियों की बैठक ली और स्पष्ट किया कि उनकी प्राथमिकता होगी —
“जनता की समस्याओं को प्राथमिकता देना, पारदर्शी प्रशासन और विकास योजनाओं का ईमानदार क्रियान्वयन।”
उनका लक्ष्य है कि अल्मोड़ा में विकास को संस्कृति, पर्यटन और पर्यावरण संरक्षण से जोड़ा जाए।
हरिद्वार में वे कई बार जमीनी स्तर पर जाकर लोगों से सीधे संवाद करते थे। यही उनकी पहचान रही है — एक ऐसा अफसर जो “कुर्सी से नहीं, जनता से जुड़कर काम करता है।”
अब अल्मोड़ा के लोग भी उम्मीद कर रहे हैं कि उनका यही अनुभव और समर्पण यहां के विकास में नई ऊर्जा भरेगा।
हरिद्वार में युवाओं की मुस्कुराहट से लेकर अल्मोड़ा की पहाड़ियों तक, अंशुल सिंह अब एक नई जिम्मेदारी निभा रहे हैं। जनता को उनसे पारदर्शी शासन, त्वरित समाधान और विकास की नई दिशा की उम्मीद है।

