हरिद्वार विकास प्राधिकरण (HRDA) के कार्यालय में हुए हंगामे और जबरन वसूली के मामले में महक सिंह और अन्य पर दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई हैं। यह घटनाएं हाल ही में हरिद्वार स्थित प्राधिकरण कार्यालय में घटीं, जहां सरकारी कार्यवाही में बाधा डालने और कर्मचारियों को डराने-धमकाने का आरोप लगाया गया है।
क्या है मामला?
सोमवार सुबह लगभग 11:30 बजे, आजाद समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महक सिंह समेत 40-50 लोग HRDA कार्यालय में बिना अनुमति के घुस आए। आरोप है कि प्रदर्शनकारियों ने कार्यालय के गेट पर नोट फेंके और अभियंता आकाश जगूड़ी के केबिन में घुसकर उनकी मेज पर नकद रुपये फेंके।
इसके साथ ही महक सिंह द्वारा “जूते बजाने” की धमकी दी गई, जिससे कार्यालय में हड़कंप मच गया। प्रदर्शनकारी प्राधिकरण द्वारा भगवानपुर क्षेत्र में अवैध कॉलोनियों के खिलाफ की गई विधिक कार्रवाई का विरोध कर रहे थे।
घटना को बताया पूर्वनियोजित
HRDA के कनिष्ठ अभियंता कमलेश्वर रावत ने अपनी तहरीर में कहा है कि यह घटना पूर्वनियोजित थी, जिसका उद्देश्य सरकारी कार्य में बाधा डालना और अधिकारियों को डराना-धमकाना था।
दूसरा मामला: 22 लाख की अवैध वसूली का आरोप
भगवानपुर निवासी मुशीर आलम ने दूसरी तहरीर में आरोप लगाया कि विवेक, अजीज और राव अकरम ने खुद को HRDA से जुड़ा बताते हुए 22 लाख रुपये की अवैध वसूली की। उन्होंने धमकी दी कि यदि पैसे नहीं दिए गए तो उनकी कॉलोनी सील कर दी जाएगी।
मुशीर ने डर के चलते पैसे दिए, लेकिन 6 जून को उनकी कॉलोनी ध्वस्त कर दी गई। 9 जून को जब उन्होंने इन्हीं लोगों को प्रदर्शन करते देखा, तो उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

पुलिस की कार्रवाई
सिविल लाइंस और भगवानपुर थाने में संबंधित धाराओं में मुकदमे दर्ज कर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। सीसीटीवी फुटेज कब्जे में ली गई है, और जल्द ही आरोपियों से पूछताछ की जाएगी। पुलिस ने महक सिंह और अन्य के खिलाफ IPC की संबंधित धाराओं के तहत दो मामले दर्ज किए हैं। इनमें सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, कार्य में बाधा डालने और जबरन वसूली जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं।
इन धाराओं में मुकदमा….
1: भारतीय दंड संहिता की धारा 186 – सरकारी कार्य में बाधा
2: धारा 353 – सरकारी कर्मचारी पर हमला या आपराधिक बल प्रयोग
3: धारा 504 – जानबूझकर अपमान कर शांति भंग करना
4: धारा 506 – आपराधिक धमकी
5: धारा 120B – आपराधिक षड्यंत्र
6: धारा 171H – अवैध वसूली
और अन्य संबंधित धाराएं
प्राधिकरण का पक्ष
HRDA प्रशासन ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए इसे कार्यालय की गरिमा पर हमला बताया है। अधिकारियों ने कहा है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
इस घटना ने प्राधिकरण कार्यालयों की सुरक्षा और कार्यवाही में व्यवधान से जुड़े गंभीर सवाल खड़े किए हैं। पुलिस की जांच और कानूनी कार्रवाई के बाद ही पूरे मामले पर तस्वीर साफ हो पाएगी।

