यह विवादित है और इस पर अनेक कारण हैं। पैसा बिजनेस से भी कमाया जा सकता है और जॉब से भी, लेकिन इसमें कई पहलुओं को ध्यान में रखना होता है:
बिजनेस से कमाई:
- अनवास्तविक पोटेंशियल: बिजनेस का संचालन करने वाले व्यक्ति का अपना विचार होता है और उसका अनवास्तविक पोटेंशियल होता है। अगर आपका विचार अच्छा है और आपका बिजनेस सफल हो जाता है, तो आप ज्यादा कमाई कर सकते हैं।
- स्वतंत्रता और नियंत्रण: बिजनेस चलाने से आपको अपनी स्वतंत्रता और नियंत्रण मिलता है, जिससे आप अपने कार्य को अपनी तरीके से कर सकते हैं।
जॉब से कमाई:
- निश्चित आय: जॉब से आपको नियमित आय मिलती है, जिससे आप अपने खर्चों को पूरा कर सकते हैं।
- नियोक्ता का जिम्मेदारी: जॉब करते समय आपका नियोक्ता आपकी बदौलत आपके लाभ को बनाए रखने के लिए जिम्मेदार होता है।
कई बार, लोग बिजनेस शुरू करने के सपने देखते हैं क्योंकि इसमें अधिक स्वतंत्रता और आय का स्वतंत्रता होता है, लेकिन यह साथ ही अधिक जोखिम भी लेकर आता है। वहीं, जॉब में स्थिरता और नियमित आय होती है, लेकिन इसमें स्वतंत्रता कम होती है।
कुल मिलाकर, कौन-कौनसा मार्ग चुना जाए, यह व्यक्ति की आत्म-संवाद और उद्देश्यों पर निर्भर करता है।
ज्यादा रिस्क बिज़नेस में है या जॉब में?
बिजनेस और जॉब दोनों ही अपने-अपने पहलुओं और रिस्कों के साथ आते हैं, और इसमें ज्यादा रिस्क किसमें है, यह व्यक्ति की क्षमता, अनुभव, और दृष्टिकोण पर भी निर्भर करता है।
**बिजनेस में रिस्क:**
1. **वित्तीय जोखिम:** बिजनेस शुरू करने में आरंभिक निवेश, ऋण लेना, और अन्य वित्तीय पहलुओं के कारण वित्तीय जोखिम होता है।
2. **बाजार रिस्क:** बाजार की परिस्थितियों, मानव स्रोतों, तकनीकी परिवर्तनों, और प्रतिस्पर्धा की भरमार के कारण बिजनेस में बाजार रिस्क हो सकता है।
3. **संचार और प्रबंधन:** बिजनेस में ठीक से संचार करना, समय प्रबंधन करना, और दिन-से-दिन की प्रबंधन की कठिनाईयों का सामना करना हो सकता है।
**जॉब में रिस्क:**
1. **नौकरी की स्थिति:** अच्छी नौकरी प्राप्त करना, जो अनुकूल वातावरण और सुरक्षित हो, समय-समय पर चुनौतियों का सामना कर सकता है।
2. **करियर की विकास:** नौकरी में आगे बढ़ने के लिए प्रतिस्पर्धा, पूर्णता की मांग, और व्यक्तिगत विकास के लिए संघर्ष हो सकता है।
3. **कंपनी के स्थिति:** कंपनी की स्थिति और उसकी स्वास्थ्य पर भी नौकरी का प्रभाव पड़ सकता है।
सामान्यत: बिजनेस की शुरुआत करने में ज्यादा रिस्क हो सकता है, लेकिन सफलता के साथ ज्यादा आर्थिक और स्वतंत्रता का सामान्यत: पैसा भी होता है। वहीं, जॉब में स्थिरता और निश्चितता होती है, लेकिन स्वतंत्रता कम होती है और आमतौर पर आय भी सीमित होती है। इसलिए, व्यक्ति अपनी पसंद, क्षमताएं, और लक्ष्यों के आधार पर इन दोनों में से एक का चयन कर सकता है।