शहीद सिपाही सुनित नेगी ने 14 अगस्त 2013 को डकैती डालने आए खूंखार अपराधियों से अकेले मोर्चा लेते हुए अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे। शहीद गंग नहर थाना अध्यक्ष मंगु सिंह वर्मा ने सन 2000 में बदमाशों से मुठभेड़ में डटे रहकर शौर्य की अमर मिसाल बन गए थे।
कार्यक्रम में एसपी देहात शेखर चंद्र सुयाल ने शहीद सुनित नेगी की कर्तव्यनिष्ठा को याद किया और कहा कि उनका बलिदान उत्तराखंड पुलिस के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अंकित है। शहीद सिपाही सुनित नेगी की पत्नी रितु नेगी, माँ मनोरमा नेगी और बेटे हर्ष नेगी ने भी श्रद्धासुमन अर्पित किए।
एसएसपी प्रमेंद्र डोभाल ने कहा कि दोनों शहीदों का अदम्य साहस हम सबके लिए प्रेरणा है। पुलिस वर्दी का हर जवान इनसे सीख लेकर पूरी निष्ठा से अपने कर्तव्य निभाए। उन्होंने कहा कि शहीदों की याद में आयोजित इस कार्यक्रम से नई पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी और वे देश के लिए अपना योगदान देने के लिए प्रेरित होंगे।
कार्यक्रम का संचालन प्रमोद भटनागर ने किया। इस दौरान सीओ नरेंद्र पंत, सीओ मंगलौर विवेक कुमार, कोतवाली गंगनहर प्रभारी आर.के. सकलानी, सिविल लाइंस कोतवाली प्रभारी मणिभूषण श्रीवास्तव, मंगलौर कोतवाली प्रभारी शांति कुमार, राजेश रस्तोगी, विकास त्यागी सहित कई अधिकारी, पुलिसकर्मी और गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।

इन वीरों की गाथा, आने वाली पीढ़ियों को हमेशा बताई जाएगी—क्योंकि जो देश के लिए जीते और देश के लिए शहीद हुए, वे कभी भुलाए नहीं जाते। जय हिंद… जय शहीद!

